मैहर में भ्रमण के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक एवं पर्यटन स्थल

मां शारदा देवी मंदिर मैहर


मैहर में शारदा माँ का प्रसिद्ध मन्दिर है जो नैसर्गिक रूप से समृद्ध कैमूर तथा विंध्य की पर्वत श्रेणियों की गोद में अठखेलियां करती तमसा के तट पर त्रिकूट पर्वत की पर्वत मालाओं के मध्य 600 फुट की ऊंचाई पर स्थित है। यह ऐतिहासिक मंदिर 108 शक्ति पीठों में से एक है। यह पीठ सतयुग के प्रमुख अवतार नृसिंह भगवान के नाम पर 'नरसिंह पीठ' के नाम से भी विख्यात है। ऐतिहासिक तथ्यों के आधार पर आल्हखण्ड के नायक आल्हा व ऊदल दोनों भाई मां शारदा के अनन्य उपासक थे। पर्वत की तलहटी में आल्हा का तालाब व अखाड़ा आज भी विद्यमान है। यहाँ प्रतिदिन हजारों दर्शनार्थी आते हैं किंतु वर्ष में दोनों नवरात्रों में यहां मेला लगता है जिसमें लाखों यात्री मैहर आते हैं। मां शारदा के बगल में प्रतिष्ठापित नरसिंहदेव जी की पाषाण मूर्ति आज से लगभग 1500 वर्ष पूर्व की है। देवी शारदा का यह प्रसिद्ध शक्तिपीठ स्थल देश के लाखों भक्तों के आस्था का केंद्र है माता का यह मंदिर धार्मिक तथा ऐतिहासिक है।
पन्नी जलप्रपात मैहर 
पन्नी जलप्रपात मैहर का एक प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। यह जलप्रपात बहुत सुंदर है। यह जलप्रपात ऊंची पहाड़ियों से नीचे गिरता है, जो बहुत ही मनोरम दिखता है। आप यहां बरसात के समय घूमने के लिए आ सकते हैं। इस जलप्रपात में आप पैदल आ सकते हैं। यहां पर आपको प्राचीन गुफाएं भी देखने के लिए मिल जाती हैं, जिसमें ऋषि मुनि तपस्या किया करते थे। 



आल्हा ऊदल मंदिर और तालाब मैहर
आल्हा ऊदल मंदिर और तालाब मैहर का एक धार्मिक स्थल है। आल्हा और उदल मां शारदा के भक्त थे और कहा जाता है कि आज भी आल्हा ऊदल जिंदा है और मां शारदा की पूजा करने के लिए सबसे पहले वह मंदिर में आते हैं। आप आल्हा ऊदल तालाब और मंदिर में आकर घूम सकते हैं। यहां पर आपको सुंदर तालाब देखने के लिए मिलता है। जिस पर कमल के फूल लगे हुए रहते हैं। यहां पर आल्हा ऊदल का अखाड़ा भी है। वह भी आप देख सकते हैं। मगर आप अगर यहां पर घूमने जाते हैं, तो 12 बजे के पहले घूमने जाएं। क्युकी मंदिर १२ बजे के बाद बंद हो जाता है।



बड़ी खेरमाई मंदिर मैहर 


बड़ी खेरमाई मंदिर मैहर का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर बड़ी खेरमाई को समर्पित है। बड़ी खेरमाई मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि बड़ी खेरमाई मैहर वाली शारदा माता की बड़ी बहन है। आप इस मंदिर में आकर बड़ी खेरमाई के दर्शन कर सकते हैं। इस मंदिर में एक प्राचीन बावड़ी भी है। यहां पर आपको शिवलिंग के भी दर्शन करने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर गणेश मंदिर भी है। यह मंदिर सतना हाईवे रोड पर स्थित है। 
ओइला मंदिर मैहर 


ओइला मंदिर मैहर का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर के प्रवेश द्वार में आपको भगवान शिव और गणेश जी की प्रतिमा देखने के लिए मिलती हैं। यह मंदिर दुर्गा जी को समर्पित है। मंदिर में दुर्गा जी की धातु की बनी हुई प्रतिमा विराजमान है। आप यहां पर आ कर मंदिर घूम सकते हैं। यह मंदिर प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर बड़ी खेरमाई मंदिर के आगे स्थित है। 
बाबा तालाब और शिव मंदिर मैहर 
बाबा तालाब और शिव मंदिर मैहर का एक धार्मिक स्थल है। यहां पर आपको एक विशाल तालाब देखने के लिए मिलता है और तालाब के किनारे में ही शिव भगवान जी का बहुत ही सुंदर मंदिर बना हुआ है। यह मंदिर सफेद कलर का है, जो बहुत ही अच्छा दिखता है। मंदिर में शिव भगवान जी का शिवलिंग विराजमान है। यह मंदिर प्राचीन है। तालाब के कोनों में आपको प्राचीन छतरियां देखने के लिए मिलती है। आप इस मंदिर में घूमने के लिए आ सकते हैं। यह मंदिर सतना हाईवे रोड पर स्थित है। 
इच्छापूर्ति मंदिर या केजीएस मंदिर मैहर


इच्छापूर्ति मंदिर मैहर का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर बहुत ही सुंदर है। यह मंदिर केजीएस सीमेंट संस्था के द्वारा बनाया गया है। यह मंदिर केजीएस सीमेंट फैक्ट्री के कैम्पस में ही बना हुआ है। यह मंदिर सफेद संगमरमर से बना हुआ है और मंदिर में आपको गार्डन, फव्वारा देखने के लिए मिलता है। रात में मंदिर में सुंदर लाइटिंग की जाती है। वह भी आप देख सकते हैं। 
मैहर का किला 
मैहर का किला मैहर नगर का एक ऐतिहासिक किला है। यह किला प्राचीन किला है। यह किला एक प्राइवेट प्रॉपर्टी है। इसलिए आप इस किला में घूमने के लिए नहीं जा सकते हैं। आप इस किले को देखना चाहते हैं, तो आप यहां पर परमिशन लेकर जा सकते हैं। यह एक प्राचीन किला है। आप इस किले में रहने के लिए रूम बुक करा सकते हैं। यह किला करीब 300 साल पुराना है। 
ललितंबा शक्ति पीठ मैहर
ललितंबा पितांबरा शक्ति पीठ मैहर के पास में स्थित मां दुर्गा का मंदिर है। यहां पर बहुत बड़ा मंदिर है। यहां पर आश्रम भी है। आप यहां पर आकर गौशाला भी देख सकते हैं। कहा जाता है कि यह है यह 1 शक्तिपीठ है। यहां पर आपको मां दुर्गा के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यहां पर शिवलिंग विराजमान है। आप उनके दर्शन भी कर सकते हैं। यहां पर राधा कृष्ण की मूर्ति भी विराजमान है। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।  



बड़ा अखाड़ा मैहर 


बड़ा अखाड़ा मैहर का एक धार्मिक स्थल है। यहां पर आपको मंदिर और आश्रम देखने के लिए मिल जाता है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। यहां पर शिव भगवान जी की बहुत बड़ा शिवलिंग मंदिर के छत पर बना हुआ है, जो बहुत ही सुंदर लगता है। इसके अलावा मंदिर में 108 शिवलिंग विराजमान है। उनके दर्शन भी आप यहां पर आकर कर सकते हैं। यहां पर आपको एक प्राचीन कुआं भी देखने के लिए मिल जाएगा। यहां पर राम जी का मंदिर, गणेश जी का मंदिर और हनुमान जी का मंदिर भी है। आप इन सभी मंदिरों में घूम सकते हैं। 
गोला मठ मंदिर मैहर 
गोला मठ मंदिर मैहर का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। मंदिर के गर्भ गृह में शिवलिंग विराजमान है। मंदिर के बाहर नंदी भगवान की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। इस मंदिर की बाहरी दीवारों में खूबसूरत नक्काशी की गई है, जो बहुत ही सुंदर लगती है। आप इस मंदिर में घूमने के लिए आ सकते हैं। गोला मठ मंदिर पूरी तरह पत्थर से बना हुआ है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह मंदिर एक ही रात में बनकर तैयार हुआ है। आप यहां घूमने के लिए आ सकते हैं। 



नीलकंठ मंदिर और आश्रम मैहर


नीलकंठ मंदिर और आश्रम मैहर का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर श्री कृष्ण जी को समर्पित है। यहां पर श्री कृष्ण और राधा जी की बहुत ही भव्य मूर्ति के दर्शन करने के लिए मिलते हैं। यह मंदिर मैहर की खूबसूरत पहाड़ियों में स्थित है। यहां पर अगर आप बरसात के समय आते हैं, तो झरना भी देखने के लिए मिलता है। यहां पर आकर बहुत अच्छा लगता है। यह जगह चारों तरफ हरियाली से घिरी हुई है।

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